नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा। जन्म जन्म के पाप नसावे । अन्तवास शिवपुर में पावे ॥ स्तवं यः प्रभाते नरः शूलपाणे पठेत् सर्वद
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा। जन्म जन्म के पाप नसावे । अन्तवास शिवपुर में पावे ॥ स्तवं यः प्रभाते नरः शूलपाणे पठेत् सर्वद